भगवान गणेश जी की आरती: Shri Ganesh Ji Ki Aarti - Meenashvihindi
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भगवान गणेश जी की आरती: Shri Ganesh Ji Ki Aarti

Aarti Ganesh Ji Ki: गणेश जी की आरती- जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा पढें और भगवान गणपति के चरणों में जुड़ें! हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेश की वंदना की जाती है! भगवान गणेश की पूजा सबसे पहले की जाती है! भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से काम में कोई विघन नहीं पड़ता! इसीलिए भगवान गणेश को विघनहर्ता प्रभु माना जाता है! गणेश जी की पूजा करने से सभी कष्टों का अंत होता है और बिगड़े काम बन जाते हैं! गणेश जी ज्ञान के देवता हैं! गणेश जी की पूजा के बाद आरती जरूर करें! हिंदू धर्म में यह माना जाता है कि पूजा के बाद आरती करने से ही पूजा पूरी होती है! यहां गणेश जी की आरती की Lyrics दी गई है जिसे आप पूजा के दौरान पढ़ सकते हैं! 

 

Aarti Ganesh Ji Ki| Ganesh Ji Ki Aarti

 

Ganesh Ji Maharaj

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।

माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥

 

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।

लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥

 

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।

बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥

 

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।

कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥

 

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

 

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