यह कहानी लक्ष्य प्राप्ति में आपकी मदद करेगी| Best Motivational Story in Hindi - Meenashvihindi
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यह कहानी लक्ष्य प्राप्ति में आपकी मदद करेगी| Best Motivational Story in Hindi

हम इस पोस्ट में आपको एक ऐसी Heart Touching Motivational Story in Hindi  सुनाएंगे जिससे आप में सकारात्मक सोच बढ़ेगी और लक्ष्य प्राप्ति की ओर आप तेज़ी से बढ़ने लगेंगे। आप में प्रेरणादायक विचार बढ़ेंगे और इससे सफलता ज़रूर मिलती है। 

 राजू ने गौरव को चुनौती देते हुए कहा, “तुम इस बार परीक्षा में अगर 90% मार्कस लाए तो मैं तुम्हे 5 हज़ार रूपये का ईनाम दूंगा।”

राजू बहुत ही चतुर था। उसे मालूम था कि गौरव पढ़ाई में नालायक है 90% तो क्या वो 45% मार्कस भी नहीं मुश्किल से लाता है। राजू हर बार गौरव के नंबर देखकर उसका मज़ाक उडाता था। जब इस बार उसने गौरव को चुनौती दी तो गौरव ने गंभीरता से कहा, “मुझे चुनौती स्वीकार है इस बार परीक्षा के नतीजे पर मिलते हैं।”

चुनौती स्वीकार करते समय गौरव की आंखों में अज़ीब सी जनून की चिंगारी दिखी जो राजू ने पहले कभी नहीं देखी थी। राजू ने फिर भी गौरव की गंभीरता का मज़ाक उडाते हुए कहा अगर हार गया तो मुझे क्या देगा। गौरव गंभीरता से बोला, “राजू अगर मैं हार गया तो मैं तुझे 5 हज़ार दूंगा।” राजू ने सिर हिलाते हुए कहा तो चलो देखते हैं। राजू मज़ाक में बोला, “बेटा 5 हज़ार तैयार रखना, 90% लाना तो तेरे बस में नहीं।”

अभी परीक्षा में 5 महीने का समय बाकी था। वही गौरव जो पहले बड़ी मुश्किल से पास होता था अब रोज़ाना खूब मेहनत से पढ़ाई करता और जो समझ न आता वो अपने टीचर से समझता। जब परीक्षाएं संपन्न हुईं और रिज़ल्ट के दिन आए। राजू ने गौरव से कहा, “भाई अभी रिज़ल्ट नहीं आया है देख ले चुनौती छोड़ दे, हार मान जा।”

Success Story in Hindi

गौरव ने कहा, “अब चुनौती स्वीकार कर ली तो करली। अंजाम अब कल देखेंगे।”

राजू खुश था कि आज तो गौरव को 5 हज़ार देने पड़ेंगे। वह गौरव के साथ रिज़ल्ट देखने गया तो उसके होश उड़ गए। गौरव के 92% मार्कस आए थे। राजू गौरव के उडाये गए मज़ाक पर शर्मिंदा हुआ।

राजू ने पूछा, “गौरव, भाई तूं तो नालायक था। फिर 92% मार्कस कैसे लिए।”

गौरव ने कहा, “करत-करत अभ्यास के जडमति होत सुजान । रसरी आवत-जात ते सिल पर परत निशान।”

उसने कहा “जब राजू तूने मुझे चुनौती दी थी तभी मैंने इसे गंभीरता से लिया। मैंने उसी दिन से पढ़ाई शुरू कर दी थी। जिस पढ़ाई से मैं नीरसता महसूस करता था उसी में रोज़ाना कई घंटों पढ़ने से रस आने लगा। मुझे हर बात समझ आने लगी। दिन प्रतिदिन लगन व मेहनत से मैंने यह मुकाम हासिल किया। तुम्हारी चुनौती ने मेरे अंदर जनून व जिद पैदा करदी कि मुझे 90% मार्कस चाहिए। यह जिद की चिंगारी से यह सब संभव हो पाया वर्ना मैं नालायक ही रह जाता। प्रतिदिन अभ्यास करने से मैं इस चुनौती को पूरा करने में सक्षम हो पाया हूं।”

जब राजू गौरव को 5 हज़ार रूपये देने लगा तो गौरव ने यह कह कर लेने से इंकार कर दिया कि उसकी चुनौती ने उसे कोयले से हीरा बना दिया। उसने राजू का धन्यवाद किया।

                                                             Motivational story in Hindi

शिक्षा- किसी भी बड़े कार्य में सफलता प्रतिदिन अभ्यास व मेहनत करने से मिलती है। कोई भी कार्य असंभव नहीं है। संभव बनाने वाली जिद, जुनून, सकारात्मक सोच व निरंतर अभ्यास होता है। 

 

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